When I took a boat to actual MANDWA … July 15, 2012 by Avinash Ghodke अग्निपथ … मुंबई से मांडवा ” विजय रेहता तो मुंबई में था … लेकिन उसका दिल किसी लोहे के लंगर सा मांडवा के समंदर किनारे गेहरे पानी में धस गया था ..यही लंगर उसे एक बार फिर मांडवा खींच लाया …”